बुधवार, 13 अक्तूबर 2010
राम नाम की लूट है
राम नाम की लूट है, लूट सके तो लूट। ये कोई कबीरदास का दोहा नहीं, बल्कि एक दुकान के ऊपर लगे एक बोर्ड की कुछ पंचलाइनें हैं। यहां पर राम का नाम खरीदने की होड़ मची है। लोग थैलों और अपनी कारों में राम का नाम भर-भर कर ले जा रहे हैं। सभी प्रसन्न हैं। दुकान के आगे मेला लगा हुआ है। लोग जयश्रीराम का नारा लगाकर एक दूसरे को धक्का मारने में लगे हैं। जब कुछ ग्राहकों से उनकी खरीददारी करने का कारण पूछा गया तो उन्होंने कुछ इस तरह से जवाब दिया-रामलीला के कलाकार-मैं राम का नाम इसलिए खरीदने आया हूं क्योंकि राम के नाम की आड़ में मैं एक रामलीला कलाकार बनना चाहता हूं। आजकल रामलीला का कलाकार बनने में फायदा है। रामलीला के समय अच्छा खासा चंदा डकारने को मिल जाता है, उसके बाद राजनीति में भी आने का स्कोप रहता है। क्योंकि आजकल अभिनेता और अभिनेत्रियों को आसानी से किसी भी पार्टी का टिकट मिल रहा है। हम भी कलाकार हैं इसलिए राम नाम के सहारे हमारे जीवन की नइ्या पार लग सकती है। मैं तो जी भरकर राम का नाम खरीद रहा हूं।राम भजो पार्टी के नेता-जैसा कि आप लोग जानते ही हैं हमारी पार्टी का नाम ही यहां खरीददारी करने के बाद रखा गया था। भगवान राम के नाम के प्रताप से हम पांच सालों तक केंद्र में टिके रहे। लोगों ने भी हमें जमकर खाने दिया। हम राम का नाम लेकर जनता को लूटते रहे इंडिया साइन का नारा लगाते रहे। जनता को अयोध्या में राम मंदिर बनवाने का झांसा देते रहे, जनता भी मस्त रही। लेकिन बीते कुछ सालों में राम नाम खत्म हो जाने की वजह से पार्टी कोई चुनाव जीत नहीं सकी। सत्ता का सुख क्या होता है, ये भगवान राम ही जान सकते हैं। ये सब विरोधी पार्टी की चाल थी जिसने हमें अब तक राम नाम का फायदा उठाने नहीं दिया। अब अयोध्या मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले के बाद कुछ उम्मीद जगी है इसलिए हमें राम के नाम की बहुत जरूरत है।धर्माचार्य-जग में सुंदर हैं दो नाम, चाहे कृष्ण कहो या राम। अर्थात चाहे नाम राम का हो या कृष्ण का दोनों ही फायदे देते हैं। सतसंग में बिन राम नाम लिए भीड़ एकत्र न होवे। भीड़ एकत्र हो जावे तो बिन राम नाम लिए चढ़ावा बढ़िया न आवे। राम नाम का चोला ओढ़े बगैर टेªन के किराये में छूट न मिले, भक्तगण पांव न छुएं, भोजन न करवावें, मुफ्त की रोटियां न तोड़ पावें। राम का नाम लेकर कहीं पर भी मंदिर बनवा लें, चाहे वो सड़क किनारे हो या सड़क के बीच। राम के नाम पर कण-कण है। इसलिए जिसके पास राम का नाम है वो सबसे धनी और गौरवशाली है। इसलिए बोलो जयश्रीराम।
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वाह महाराज ... राम नाम की लूट है लूट सके तो लूट ....
जवाब देंहटाएंसही लूट के दर्शन करवा दिये।
जवाब देंहटाएंमैं तो जी भरकर राम का नाम खरीद रहा हूं।राम भजो पार्टी के नेता-जैसा कि आप लोग जानते ही हैं हमारी पार्टी का नाम ही यहां खरीददारी करने के बाद रखा गया था।
जवाब देंहटाएंकाश इस लूट में कुछ लूट का हिस्सा सच में राम के बन्दों को मिलता